Report manpreet singh
RAIPUR chhattisgarh VISHESH : लंदन, कोरोना वायरस संक्रमण काल में हुए लॉकडाउन में पूरी दुनिया में लोगों ने बहुत कुछ सहा है। लॉकडाउन के दौरान दूरदराज में फंसे लोग किस तरह से अपने परिवार और अपने घर लौटे , यह वाकया आज भी लोग भूल नहीं पाए हैं। लॉकडाउन में पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद थे और लोगों को अपनों के बीच पहुंचना था। किसी ने साइकिल में तो किसी ने पैदल की अपना सफर तय किया। ऐसे सैकड़ों मामले हैं, जो अब भी सामने आ रहे हैं। ऐसा ही मामला रोमियो कॉक्स का है, जो मात्र 10 साल का है। लंदन में अकेली रह रही अपनी दादी से मिलने के लिए उसने अपने पिता के साथ करीब 2800 किमी का सफर पैदल ही तय किया। रोमियो ने जब अपने इस सफर के कुछ पल इंस्टाग्राम पर शेयर किए, तो वह तेजी से लोकप्रिय हो गया। लोग बच्चे के जज्बे को सलाम कर रहे हैं।
रोमियो कॉक्स ने पिता के साथ 20 जून से अपना सफर शुरू किया था। वह पिता के साथ सिसली के पलेर्मों इटली से लंदन की दूरी तय की थी। अपनी यात्रा के दौरान अपने पिता के साथ उसने इटली, स्विट्जरलैंड, फ्रांस और ब्रिटेन की यात्रा की। तीन महीने चलने के बाद दोनों 21 सितंबर को यूके पहुंचे। फिलहाल दोनों आइसोलेशन में हैं, इसके बाद रोमियो की मुलाकात अपनी दादी से होगी। पिता और बेटे ने अपनी यात्रा के दौरान रेफ्युजी एडुकेशन एक्रोस कंफ्लिक्ट्स की मदद के लिए 11.4 लाख रुपए (12 हजार पाउंड) की राशि भी जुटाई है। अपनी यात्रा के बारे में बात करते हुए रोमियो के पिता ने कहा कि यह सफर दोनों के लिए बेहद खास रहा है। इस लम्हा वो दोनों अपने जीवन में कभी नहीं भूलेंगे।
महीने के इस सफर के बारे में रोमियो ने कहा कहा कि यात्रा के दौरान एक बार हम रास्ता भटक गए थे। एक बार गलती से मधुमक्खी के छत्ते के नीचे सो गए थे। जिसके कारण उनके पैरों की हालत खराब हो गई थी। इस सफर में हमको बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लेकिन हमने हार नहीं मानी। करीब एक साल बाद दादी से हमारी मुलाकात होने वाली थी। वह लॉकडाउन में अकेले रहने को मजबूर थी। इस सफर के दौरान सौ साल के बुजुर्ग की तरह बहुत ज्यादा थका हुआ महसूस कर रहा था। यह यात्रा हमारे लिए हमेशा यादगार रहेगी। रोमियो का कहना है कि पिछले 3 महीने में उसने जितनी भी मेहनत की है, वो उस वक्त सफल हो जाएगी, जब वो अपनी दादी को गले लगा लेगा। फिलहाल वह पिता के साथ आइसोलेशन में है।