Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : शादी फिर धोखा, आयोग ने कहा- दर्ज हो एफआईआर, पुलिस ने करवा दिया समझौता! एक महिला से जुड़े घरेलू हिंसा के मामले में महिला आयोग का सख्त फरमान अब थाना पहुंचने के बाद कागज का टुकड़ा मात्र बनकर रह गया है लिव इन रिलेशनशिप और फिर शादी, इसके बाद धोखा... ऐसे मामले में कुछ यही कारनामा सामने आया है, जब पुलिस पर स्टांप में पीड़िता से हस्ताक्षर करवाकर समझौता नामा बना देने की शिकायत महिला आयोग के पास पहुंची। मामले की गंभीरता देखकर आयोग ने थाना प्रभारी को ही अपनी अदालत में तलब कर दिया है। आयोग ने साफ कहा है, सख्त कार्रवाई की अनुशंसा किए जाने के बाद थाने में महिला पर दबाव बनाया गया। अंदेशा ऐसा भी है, उसे खाली स्टांप पर गलत बयान लिखकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई। अब इस मामले में बारीकी से जांच होगी। थाना प्रभारी खुद पक्षकारों के साथ सुनवाई के लिए आए l
रायपुर. एक महिला से जुड़े घरेलू हिंसा के मामले में महिला आयोग का सख्त फरमान अब थाना पहुंचने के बाद कागज का टुकड़ा मात्र बनकर रह गया है। लिव इन रिलेशनशिप और फिर शादी, इसके बाद धोखा... ऐसे मामले में कुछ यही कारनामा सामने आया है, जब पुलिस पर स्टांप में पीड़िता से हस्ताक्षर करवाकर समझौता नामा बना देने की शिकायत महिला आयोग के पास पहुंची। मामले की गंभीरता देखकर आयोग ने थाना प्रभारी को ही अपनी अदालत में तलब कर दिया है। आयोग ने साफ कहा है, सख्त कार्रवाई की अनुशंसा किए जाने के बाद थाने में महिला पर दबाव बनाया गया। अंदेशा ऐसा भी है, उसे खाली स्टांप पर गलत बयान लिखकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई। अब इस मामले में बारीकी से जांच होगी। थाना प्रभारी खुद पक्षकारों के साथ सुनवाई के लिए हाजिर होंगे l आज आखिरी दिन भी सुनवाई महिला आयोग द्वारा पुरानी शिकायतों पर कार्रवाई चल रही है। इसी कड़ी में महिला संबंधी अपराधों पर सुनवाई के लिए पक्षकारों के बयान लिए जा रहे हैं। 9 से 11 सितंबर सुनवाई की तारीखें तय की गईं। शुक्रवार को आखिरी दिन भी मामलों में सुनवाई होगी। दूसरे दिन आयोग की अदालत नहीं आने वाले पक्षकारों को दोबारा नोटिस भेजा गया। पुलिस की तरफ से अपनी दलीलें युवती से जुड़े मामले में आयोग ने अनुशंसा की थी, लेकिन उसने एफआईआर दर्ज कराने से इनकार कर दिया। पहले से पक्षकार अपने पास समझौतानामा तैयार कर थाना पहुंचे थे। यहां कभी भी किसी तरह का दबाव नहीं बनाया गया। समझौते में बताया गया, स्टांप कोर्ट में तैयार किया गया था। पक्षकारों काे जब काउंसिलिंग में बुलाया, तब इसका पता चला। टीआई को बुलाया युवती से जुड़े मामले में जबरिया समझौता कराए जाने का पता चला है। केस की गंभीरता देखते हुए आरोपी पक्षकारों पर एफआईआर दर्ज कराने आयोग ने अनुशंसा की थी। मामला फिर संज्ञान में लेकर टीआई से जवाब तलब किया जाएगा। - किरणमयी नायक, अध्यक्ष, राज्य महिला आयोग