Report manpreet singh
RAIPUR chhattisgarh VISHESH : भिलाई, फिलीपींस और नेपाल के बाद चीन में भी भिलाई इस्पात संयंत्र की धाक बनती जा रही है। संयंत्र की अत्याधुनिक इकाई स्टील मेल्टिंग शॉप-3 ने कोविड के इस संकटकाल में भी उत्कृष्टता दिखाई है। शॉप-3 के कंटीन्यूअस कास्ट बिलेट की विश्व के सबसे बड़े इस्पात उत्पादक देश चीन में अच्छी मांग है। 105 गुना 105 एमएम आकार के बिलेट की पहली खेप गुरुवार को रवाना की गई।
कोविड के वर्तमान संकटकाल को अवसर में बदलते हुए बीएसपी ने भिलाई में निर्मित 150 गुना 150 एमएम आकार के और 105 गुना 105 एमएम आकार के बिलेट का निर्यात करने में सफलता पाई। बीएसपी स्टील मेल्टिंग शॉप-3 द्वारा 150 गुना 150 एमएम आकार के बिलेट के बीस-बीस हजार टन के दो खेप का निर्यात पहले ही चीन को किया गया था।
बीएसपी को वर्तमान में पुनः 150 गुना 150 बिलेट के 20 हजार टन का अतिरिक्त ऑर्डर प्राप्त हुआ है, जिसकी आपूर्ति 15 जून 2020 तक पूर्ण की जानी है। ऑर्डर के तहत बीएसपी के एसएमएस-3 द्वारा अब तक सात रैक बिलेट की आपूर्ति की जा चुकी है। यह संपूर्ण निर्यात विशाखापट्टनम पोर्ट के माध्यम से किया जा रहा है।
105 गुना 105 बिलेट का नया ऑर्डर
हाल ही में बीएसपी को चीन से 105 गुना 105 एमएम आकार के बिलेट का नया निर्यात ऑर्डर मिला। इसके तहत इस बिलेट साइज में दस-दस हजार टन के दो एक्सपोर्ट ऑर्डर की आपूर्ति की जानी है। इसमें से 21 मई 2020 को बिलेट के पहली खेप चीन के लिए रवाना की गई।
कांट्रेक्ट के लिए फास्ट ट्रैक प्रक्रिया
विदित हो कि सामान्यतः कांट्रेक्ट की प्रक्रिया में दो से तीन महीने का समय लगता है, परंतु निर्यात ऑर्डर को तत्काल पूर्ण करने के लिए इस बंडलिंग काट्रैक्ट को फास्ट ट्रैक में प्रोसेस करते हुए दस दिन में ही कांट्रेक्ट अवार्ड कर दिया गया।
फिलीपींस और नेपाल को भी निर्यात
बता दें कि भिलाई इस्पात संयंत्र ने पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में एसएमएस-3 में उत्पादित कास्ट बिलेट्स का निर्यात प्रारंभ किया था। एसएमएस-3 द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष में 8100 टन कास्ट बिलेट्स का निर्यात फिलीपींस को और लगभग 800 टन कास्ट बिलेट्स का निर्यात नेपाल को किया गया।
ऊर्जावान टीम के सदस्य
इस अहम एक्सपोर्ट ऑर्डर्स को पूरा करने में एसएमएस-3 के मुख्य महाप्रबंधक के भट्टाचार्जी के नेतृत्व में महाप्रबंधक प्रभारी एसएमएस-3 प्रकाश भंगाले, महाप्रबंधक (ऑपरेशन) द्वय अरविंद कुमार व डी. विजिथ, वरिष्ठ प्रबंधक एके सिंह, उप प्रबंधक विक्रांत, कनिष्ठ अधिकारी बीएस चंदेल, डिस्पैच के पाली प्रभारी, वरिष्ठ प्रबंधक एन गिलहरे, कनिष्ठ अधिकारी एके चैकीकार व मास्टर तकनीशियन एस. फिलिप्स ने प्रमुख योगदान दिया।