Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन अब नहीं लगेगा। राज्य में कोरोना के बढ़े आंकड़ों के मद्देनजर लग रही अटकलों को राज्य सरकार ने खारिज कर दिया । आपको बता दें कि कोरोना को लेकर आज रायपुर में उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें कोरोना को लेकर चर्चा की गयी। लॉकडाउन के बाद अभी प्रदेश में कुछ प्रतिबंधों के साथ बाजार खोला जा रहा है। राशन व किराना दुकानें जहां शाम 4 बजे तक खुल रही है, तो वहीं सब्जी व फल-दूध की दुकान 12 बजे तक ही खोली जा रही है, जबकि अन्य दुकानें सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक खुल रही
कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि राजधानी मे जिस तरह से संक्रमण बढ़ा है, वो राज्य सरकार के लिए चिंता की बात है, लिहाजा कांटेक्ट ट्रेसिंग के उपाय खोजे रहे हैं, वहीं मरीजों की बढ़ी संख्या के मद्देनजर अस्पतालों में बेड को भी बढ़ाया जा रहा है। वहीं जरूरत पड़ी तो अस्पतालों व धर्मशालाओं को भी विकल्प के तौर पर रखा जायेगा। वहीं NG0 व समाज सेवकों की भी मदद ली जायेगी।
मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि राज्य सरकार कोरोना को लेकर जल्द ही नया गाइडलाइन जारी करेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना कोलेकर जनप्रतिनिधि व अफसरों के सुझाव आये हैं, उन सुझावों का आकलन कर अब राज्य सरकार फैसला लेगी l कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने प्रदेश में लॉकडाउन और बाजारों को फुल टाइम खोलने को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उच्च स्तरीय बैठक में चौबे ने कहा है कि अब प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। बाजारों को भी फुल टाइम खोलने पर विचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर जनप्रतिनिधियों और अफसरों के सुझाव आएं हैं। उन पर विचार विमर्श कर नई गाइडलाइन तैयार की जाएगी।हालांकि उन्होंने राजधानी में लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को लेकर चिंता जताया है। साथ ही इसे चुनौती भी माना है।उन्होंने बताया कि कोरोना की रोकथाम को लेकर प्रदेश में लगातार काम किए जा रहे हैं। लगातार ट्रेसिंग की जा रही है,कांट्रेक्ट ट्रेसिंग को रोकने के उपाय ढूंढ़े जा रहे हैं।
चौबे के मुताबिक अस्पतालों के बेड भी बढ़ाए जा रहे हैं और आवश्यकता पड़ने पर हॉस्पिटल और धर्मशाला को भी लेने की तैयारी की जा रही है। NGO ,NCC ,समाज सेवकों का भी सहयोग लिया जाएगा। कृषि मंत्री ने आश्वस्त किया है कि कोरोना रोकथाम के लिए फंड की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी