रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : कानपुर, उत्तर प्रदेश के कानपुर में कोरोना वॉरियर्स पर हमले के मामले में जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है. उपद्रवियों के खिलाफ गंभीर धाराओं और एनएसए के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने अब तक 20 हमलावरों गिरफ्तार किया है. उपद्रवियों की पहचान और धरपकड़ का सिलसिला जारी है.बता दें बजरिया थाना क्षेत्र में परिवार को क्वॉरंटीन कराने गई टीम पर हुआ था. हमले के बाद 200 से अधिक लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज कराया था. घटना के बाद से ही इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है और लगातार सर्च ऑपरेशन चल रहा है.
इन धाराओं में दर्ज हुआ है केस
कार्रवाई के संबंध में गुरुवार को कानपुर के डीएम ब्रह्मदेव तिवारी ने कहा कि घटना में शामिल 10 लोगों की तुरंत पहचान करते हुए गिरफ्तारी की गई है. बाकी की पहचान करके उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है. डीएम ने बताया कि इसमें आपदा प्रबंधन एक्ट, महामारी अधिनियम, आईपीसी की संगत धाराओं और एनएसए में मुकदमा दर्ज किया गया है
एफआईआर में पुलिस ने बयां किया खौफनाक मंजर
उधर एफआईआर में पुलिस ने खौफनाक मंजर बयां किया है. आरोप है कि पुलिस पर तेजाब भरी कांच की बोतलें फेंकी गई थीं. इस हमले में पुलिसकर्मियों के कपड़े तेजाब से जले हैं. यही नहीं पुलिसकर्मियों पर बम और गोली भी चलाई गई. हमले में 2 पुलिसकर्मियों को चोटें आई थीं.
अवैध वसूली में नपे चौकी प्रभारी
उधर दूसरी तरफ एक अन्य मामले में डीआईजी, कानपुर ने चौकी प्रभारी रामादेवी को सस्पेंड कर दिया है. दरअसल चौकी प्रभारी हरिओम पर आरोप लगा है कि एसेंशियल सर्विसेज के पास के लिए वह अवैध वसूली कर रहे हैं. इस संबंध में एक दलाल का पुलिस के नाम पर वसूली का वीडियो वायरल हुआ था. पता चला कि एसेंशियल सर्विसेज का पास बनवाने को सौ-सौ रुपए लिए जा रहे थे. मामले की जानकारी होने के बाद चौकी प्रभारी हरिओम गौतम को सस्पेंड कर दिया गया.