नईदिल्ली ,देश के बैंकों ने तकनीकी तौर पर 50 बड़े विलफुल डिफाल्टर्स के 68,607 करोड़ रुपए के कर्ज की बड़ी राशि को को बट्टा खाते में डाल दिया है. इन विलफुल डिफॉल्टर्स की सूची में भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी भी शामिल है। यह बात भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून के तहत दी गई जानकारी से सामने आई है. एक आरटीआइ कार्यकर्ता ने बताया कि यह बकाया इन कर्जदारों के इस वर्ष 16 फरवरी की लोन स्थिति के हिसाब से है. आरटीआइ कार्यकर्ता का कहना था कि इस वर्ष 16 फरवरी को संसद में पूछे गए इसी से संबंधित सवाल का सरकार ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया था, जिसके बाद आरटीआइ के माध्यम से आरबीआइ से इसका जवाब मांगा.आरटीआई कार्यकतार् साकेत गोखले ने सूचना का अधिकार कानून के तहत देश के केंद्रीय बैंक से 50 विलफुल डिफाल्टर्स का ब्योरा और उनके द्वारा लिए गए कर्ज की 16 फरवरी तक की स्थिति का के बारे में जानकारी मांगी थी. गोखले ने आईएएनएस को बताया, “मैंने यह आरटीआई इसलिए डाली क्योंकि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और वित राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कांगे्रस सांसद राहुल गांधी द्वारा संसद के बजट सत्र के दौरान बीते 16 फरवरी को पूछे गए तारांकित सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया था.”
गोखले ने कहा कि जिस तथ्य का खुलासा सरकार ने नहीं किया, उसका खुलासा करते हुए आरबीआई के केंद्रीय सार्वजनिक सूचना अधिकारी अभय कुमार ने शनिवार 24 अप्रैल को यह जवाब उपलब्ध कराया, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे शामिल हैं.आरबीआई ने कहा कि इस धनराशि (68,607 करोड़ रुपये) बकाया धनराशि शामिल हैं, और तकनीकी रूप से और विवेकपूर्ण तरीके से इस पूरी राशि को 30 सितंबर, 2019 तक माफ कर दिया गया है.आरटीआई कार्यकर्ता के मुताबिक शीर्ष बाकायादारों में मेहुल चौकसी हैं जबकि दूसरे नंबर पर आरईआई एग्रो हैं. ये वही मेहुल चौकसी है जिसने एंटीगुआ एंड बारबाडोस द्वीप समुह की नागरिकता ली है और उसका भतीजा फरार हीरा व्यापारी नीरव मोदी लंदन में है. बैंक का 4076 करोड़ लेकर भागे एक और हीरा व्यापारी विनसम डायमंड एंड ज्वेलरी के मालिक जतिन मेहता का भी बैंक लोन माफ हो गया है. आरटीआई के तहत जानकारी के मुताबिक सोने और हीरे के बड़े व्यापारियों के समूहों के कर्ज के अलावा 25 अन्य मोटी फर्म हैं जिनका कर्ज माफ किया गया है.
भगोड़े मेहुल चोकसी और विजय माल्या समेत 50 डिफाल्टरों का कर्ज माफ
रिपोर्ट मनप्रीत सिंग
रायपुर छत्तीसगढ विशेष : बैंकों ने 68,000 करोड़ का कर्ज बट्टा खाते में डाला